'वोल्गा से गंगा' राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखा हुआ एक कहानी संग्रह है, जिसकी कहानियां इतिहास में मानवीय सभ्यता के विकास में घटी घटनाओं के मद्देनजर लिखी गई हैं. 'वोल्गा से गंगा' हमारे सभ्य समाज के शुरुआती युग के मातृसत्तात्मक होने को प्रतिपादित करती है. यह संग्रह स्त्री के वर्चस्व की बेजोड़ रचना है.