1931 में लिखा, ग़बन, मुंशी प्रेमचंद का सबसे अधिक लोकप्रिय उपन्यास है जो आजादी से पहले उत्तर भारत के समाज का एक बहुत ही जीवंत चित्र खींचता है। रमानाथ की पत्नी जालपा को गहनों से इतना लगाव है कि उसके लिए वह किसी भी हद तक जाने को तैयार है। और अपनी पत्नी की गहनों की ख़्वाहिश को पूरा करने के लिए रमानाथ इतनी बड़ी उलझन में फँस जाता है, जिस में वह अपने परिवार की इज्जत तक को दाव पर लगा देता है। कैसे जालपा सुलझाती है उस उलझन को- इसी उधेड़-बुन की पठनीय कहानी है ग़बन।