हिंदी साहित्य के क्षेत्र में सहेली यह मेरा प्रथम उपन्यास है मेरे दिमाग में सहेली का जन्म कैसे हुआ इसके पीछे भी एक कहानी है. सोशल मिडिया फेसबुक ने मेरे दिमाग में इस विषय को जन्म दिया. दरअसल कुछ साल पहले बहुतसे लोगों द्वारा फेक अकाउंट बनाकर मेरे साथ संपर्क करने का प्रयत्न किया गया . ऐसा मेरे साथ ही नहीं अनेकों महिलाओं के साथ हुआ है पहले हाय-हेलो से शुरू होकर फिर अभद्र भाषा का प्रयोग शुरू कर दिया जाता है. यही सब इस उपन्यास में मैंने बताने का प्रयत्न किया है . आशा है आप सबको यह पसंद आएगा .