“मुठ्ठी भर जिंदगी” सामाजिक विषयों पर लेखक की स्वयं की लिखी कविताओं का संकलन है| इस संकलन में एक से एक बेहतरीन सामाजिक एवं पारिवारिक विषयों पर लिखी गयी कविताएं हैं | वैसे तो इस कविता संग्रह की प्रत्येक कविता दिल को छू लेने वाली है। 'माँ', 'माँ की याद' माँ पर लिखी बेहतरीन मार्मिक कविताएं है। 'बरगद', 'कच्चे धागे', 'फिसलते रिश्ते', 'दुनिया खुली जेल', 'कच्चे मकान', ''परिवार', 'राह का पत्थर' एवं 'संजीदे रिश्ते' आदि कविताएं दिल को छू लेने वाली है। माँ पिता पर लिखी कविताएं उनके प्रति अथाह प्रेम को मर्मस्पर्शी तरीके से दर्शाया है| दोस्तों पर लिखी कविताएं भी बेमिसाल है| इन कविताओं के माध्यम से समाज के प्रति लेखक ने अपनी भावनात्मक अभिव्यक्ति प्रस्तुत की है| उपरोक्त पुस्तक की प्रत्येक कविता दिल को छू लेने वाली तथा आम आदमी के जीवन का प्रतिबिम्ब है| यह हर उम्र के व्यक्तियों के पढ़ने योग्य है|