यह पुस्तक मेरी उन कविताओं का विशेष संग्रह है जो विश्व भर में बहुत पसंद की जाती है,इनमें धर्म,समान,नारी,पुरुष,पति पत्नी,बच्चो व सम सामाजिक विषयों पर कविताये है, कविताये जीवन मे उमंग का संचरण करती है, कविताओं में प्रेम,विरह,वेदना,ओज ,श्रृंगार,सब कुछ होता है इस पुस्तक में यह सभी भाव कविताओं में दिखेंगे, आशा है यह पुस्तक आपको जरूर पसन्द आयेगी, छोड़ चली बाबुल का घर जो सबसे प्यारा था, मम्मी जिसमे थी प्यारी , भाई भी दुलारा था, बचपन से जिन गलियों को नन्हे पैरों से घूमा था, मम्मी की याद बहुत आती, जब माथे को चूमा था, छूट गये सब खेल खेल भी सबसे प्यारा था,।। छोड़ चली बाबुल का घर जो सबसे प्यारा था ।। आंसू आंखों में जब आये, याद पुरानी बहुत सताये, नोकझोंक बहनो के संग, रूठूँ तो भाई हंमे मनाये, जाते जाते रोते बाबुल हंमे निहारा था,,।। छोड़ चली बाबुल का घर, जो सबसे प्यारा था,।। डोर बंध गई है रिश्तों से, घर अब हुआ पराया है, बिटिया को उसके साजन ने अब अपनाया है,। सौप दिया अधिकार आज जो आज हमारा था, छोड़ चली बाबुल का घर, जो सबसे प्यारा था,।।