जागो मानव जागो इस संसार में परमात्मा ने हम सबको क्यू भेजा , की जाओ आतंक फैलाओ एक दूसरे को मारो बैर करो, दुश्मनी करो , जरा सोचो जरा सोचो धर्म और मजहब क्या कहता है, दुनिया के तमाम व्यक्ति ईश्वर के संतान हैं मन्दिर मस्जिद के लिए क्यू झगड़ते हो, मंदिर में भगवान बैठा नहीं है, ना ही मस्जिद में अल्ला बैठे है ,वो तो सबके आत्मा में विराजित हैं । अपनी मानवता का शर्म सार मत कर, सूरज को देखकर सीखो कि एक सूरज जो दुनियां के तमाम व्यक्ति, हिंदू हो या मुसलमान सिख हो या इशाई , किसी भी संप्रदाय।के हों सबको समान रूप से प्रकाश देते है । एक चंद्रमा जो तमाम व्यक्ति पर समान रूप से अपनी रोशनी बिखेरती है। उनके लिए सब एक समान, वैसे ही अल्लाह ईश्वर सब एक ही है । मूर्खों आडंब्रियो अपने अपने धर्म का पुस्तक का पृष्ठ पलटकर देख रामायण गीता कुरान बाइबिल गुरु ग्रंथ कहा पे लिखा है कि आपस में बैर करना,कोई मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर करना ।