' इंद्रधनुष ' यह मेरा पहला हिंदी बालकथा संग्रह शॉपिज़न के माध्यम से प्रकाशित करते समय मुझे अत्याधिक खुशी हो रही है। प्रथमतः मैं शॉपिज़न हिंदी विभाग प्रमुख प्रगतीजी की बहुत आभारी हूं। उनके प्रोत्साहन से मेरा यह संकल्प आज पूर्णत्व प्राप्त कर रहा है। इस कथासंग्रह में सोलह कहानियों का समावेश किया गया हैं। यह कथासंग्रह चार से चौदह साल तक बच्चों के लिए बहुत उपयुक्त साबित होगा यह मेरा विश्वास है। बच्चों की उम्र को ध्यान में रखते हुए सुलभ भाषा और रंजकता के साथ कहानियां प्रस्तुत की हैं। बच्चों के मन में हिंदी भाषा के प्रति लगाव उत्पन्न करना यह कहानी लेखन का उद्देश्य है। छोटी उम्र में बच्चों की आकलन और ग्रहणशक्ति बहुत अच्छी होती हैं, इसलिए बच्चे बड़े आसानी से पढ़ाई हुई बातें आत्मसात कर लेते हैं। बच्चों का भावविश्व समृद्ध करने के लिए इस बालकथासंग्रह का जरूर उपयोग होगा यह मेरा कहना है। अच्छे संस्कारों की नींव इस कथासंग्रह के माध्यम द्वारा बनाई जा सकती है यह मेरा मानना है।