Sagartat

Sagartat
कविता लेखन की शुरुआत तब हुई जब ऐसा लगा कि जीवन की कई अनुभूतियां मन को संवेदना के रंगों से कुछ अलग अंदाज में भरती जा रही हैं और आज जिंदगी के खालीपन को पाटने के सबसे सार्थक उपक्रम के रूप में कविता निरन्तर अपनी आहट से हमारे जीवन में प्राणों का संचार करती है. बरसात का मौसम हो और शीत ऋतु के आने की आहट क्वार के बाद शुरू हो गयी हो , हमारे जीवन वसंत में कविता ग्रीष्म के बियाबान में बारिश‌ के...More

You may also like...

Pratibhaspandan

Poetry Reference Marathi

janmukti jaruri hai

Poetry Politics Society Social Sciences & Philosophy Hindi

Chandroday

Poetry Marathi

Gooj Antariche

Poetry Marathi

Chimb bhijtana

Poetry Marathi

yaadon ke panchi

Poetry Romance Hindi