गुरुदेव के आशीर्वाद से और माँ, मेरी जीवन संगिनी, मेरे दोनों रत्नों की प्रेरणा से प्रेरित होकर अपने जीवन के कुछ पलों को आप तक पहुंचाने की एक छोटी सी कोशिश करता हूँ। आप सभी को मेरी कविताएं पसंद आएंगी इस उम्मीद और विश्वास के साथ। दिनभर बैंकिंग के कठोर कार्य करने के बाद फुरसत के पलों को लिखने में गुजारता हूँ, मैं कोई प्रोफेशनल लेखक नहीं हूँ, ऐसे ही कलम नहीं उठाई मैंने, किसी से हार गया हूँ मैं ,क्योंकि किसी ने खामोश -सा कर दिया मुझको, अब मैं, मेरी शिकायत लेखन के माध्यम से आप तक पहुँचाता हूँ। उम्मीद करता हूँ आप को मेरे लिखे जज़्बात पसंद आएंगे।