जितना मुश्किल कार्य सागर में से रत्नों को चुनना है,उतना ही मुश्किल कार्य बहुत सारे रचनाकारों की,बहुत सारी कृतियों में से दो या तीन को,चुनना।इस जगह संपादक की मनःस्थिति बहुत कश्मकश में होती है। मन हमेशा...ये....या...वो ..के बीच गोते खाता रहता है। तटस्थ होकर फैसला लेना बहुत कठिन होता है। हमने भी इस संकलन में सभी रचनाकारों के साथ पूर्ण न्याय करने का अथक प्रयास किया है। किसी के पास भाव अच्छे हैं,किसी के पास विचार अच्छे हैं तो किसी की अभिव्यक्ति बहुत ही उम्दा है। हम आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं, साझा संकलन । जिसमे विभिन्न तबके के लेखकों की रचनाएं समाहित हैं